देश से गंदगी दूर करने का संकल्प देशवासिओं को करना चाहिए

हमारे श्रोता ने मोबाईल वाणी के माध्यम से बताया कि जब तक लोगों के सोच में बदलाव नही आएगा तब-तक हम भारत का चेहरा नही बदल सकते हैं।धारावाहिक में बताया गया है कि खुले में शौच करना गलत है,इससे हमारा स्वास्थ्य खराब होता है, हवा प्रदूषित होती है और सभी लोग परेशान होते हैं। साथ ही इनका कहना है कि हमें घर में शौचालय बनवाना चाहिए एवं उसी में शौच कर के उसे स्वच्छ रखना चाहिए। ऐसा करने से हम बिमारियों से बचे रहेंगे। प्रत्येक व्यक्ति को बोलना चाहिए ,स्वच्छता का इरादा कर लिया अब हमने, देश से ही नाता जोड़ लिया अब हमने। तभी हमारा देश स्वच्छ हो सकता है। हमारे राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी के दो संकल्प थे,पहला देश को आजादी दिलाना तथा दूसरा संकल्प था भारत को गंदगी से मुक्त करना था।सुझाव देते हुए इन्होने कहा कि ऐसा ही संकल्प हम सभी को करना चाहिए।देशवासियों को सोचना चाहिए गंदगी से नफरत और देश को स्वच्छ बनाने के विषय में।देश के कोने-कोने में स्वच्छता होना जरुरी है।