प्रत्येक दिन रखें नारी को आजाद

उत्तर-प्रदेश राज्य के घोंडा से सुनील तिवारी ने बताया कि कानून ने महिलाओं को आजादी का अधिकार दिया है ,परन्तु वो आजाद पंछी की तरह उड़ सकें ऐसा अभी प्रतीत नहीं होता है। महिलाओं के ऊपर दबाव है और बोझ है।साथ ही इनका कहना है कि महिलाओं को एक दिन नही,बल्कि हफ्ते के सातों दिन उन्हें आजाद रखना चाहिए तथा उनके सुख-दुःख में साथ देना चाहिए।पुरुषों को महिलाओं को साथ ले कर बाहर जाना चाहिए।ऐसा करने से उनका मन प्रफुल्लित होगा और वो भी अपने मन को तरोताजा करेंगी .महिलाओं को बाहर जाने का मन करता है तथा विभिन्न प्रकार की जानकारी रखने के लालसा होती है। इसलिए ये चाहते हैं कि महिलाओं को एक दिन की आजादी नही,बल्कि हर दिन की आजादी मिले,जिसमें पति-पत्नी मिलकर साथ रहें। पति-पत्नी एक दूसरे के लिए हैं। लड़की नहीं होगी तो लड़का नहीं होगा,क्योंकि पूरी सृष्टि महिलाओं पर निर्भर है। महिलाओं का सम्मान करना चाहिए।