लड़कियों को इच्छापूर्ति के लिए एक दिन नही बल्कि पूरा साल मिलना चाहिए

उत्तर-प्रदेश राज्य के कन्नौज जिले से शुभम बघेल ने मोबाईल वाणी के माध्यम से बताया कि लड़कियों को एक दिन नही बल्कि पूरा साल मिलना चाहिए,अपनी इच्छाओं को पूरा करने के लिए।लड़कियों के लिए लैंगिक, वित्तीय और निर्णय लेने में बराबरी होनी चाहिए। धारावाहिक में दिखाए गए लड़की के साथ बलात्कार करने की कोशिश सम्बंधित दृश्य का जिक्र करते हुए शुभम कहते हैं कि यह गलत है एवं समाज की गन्दी सोच को दर्शाता है। साथ ही इनका सुझाव है कि माता-पिता को बचपन से ही लड़कों को ,लड़कियों का सम्मान करना सिखाना चाहिए। धारावाहिक की मुख्य पात्रा स्नेहा माथुर का महिला सशक्तिकरण सम्बंधित कामों के लिए, ये उनकी सराहना करते हैं। शुभम कार्यक्रम को देखकर और सुन कर समाज में बदलाव लाने की कोशिश करेंगे।

नही है किसी प्रकार का कोई दबाव

हरियाणा राज्य के मेवात से नीलम ने मोबाईल वाणी के माध्यम से बताया कि ये शादीशुदा हैं और इनके ससुराल में सभी पढ़ाई करने में इनकी सहायता करते हैं।साथ ही ससुराल वाले चाहते हैं कि ये पढ़ लिख कर अपने पैरों पर खड़ी हो जाएं और नौकरी करें।यहाँ तक कि अगर नौकरी के लिए कहीं दूसरे स्थान पर जाना पड़ा तो,इनके परिवार का पूरा सहयोग मिलेगा ।जानकारी देते हुए इन्होने बताया कि दो बेटियों के बाद भी इन्होने अपनी पढ़ाई जारी रखी एवं बीए के बाद भी अपनी शिक्षा पूरी करना चाहती हैं। ये कुछ भी कर सकती हैं और इन पर किसी तरह का कोई दबाव नही है।

धारावाहिक से बहुत कुछ सिखने को मिला

महाराष्ट्र राज्य के नान्देव से मल्लारे पल्लवी ने मोबाईल वाणी के माध्यम से बताया कि इन्होने कार्यक्रम "मैं कुछ भी कर सकती हूँ " देखा।इस धारावाहिक को देखकर इन्हे बहुत प्रेरणा मिली है और इन्होने बहुत कुछ सीखा है। हिम्मत रख कर जीवन में कुछ भी कर सकते हैं। साथ ही इनका कहना है कि जीवन में कुछ बनने के लिए आत्मविश्वास की बहुत जरुरत है,यह इन्होने स्नेहा मैडम से सीखा है । जिन्होंने धारावाहिक को बनाया है उन निर्माता को पल्लवी धन्यवाद देते हुए कहती हैं कि निर्माता ने इस धारावाहिक को बनाने में इस मुद्दे को बखूबी ध्यान रखा है कि समाज में बेटियों को पाठ पढ़ाया जा सके एवं कमजोर महिलओं को यह सीरियल दिखा कर उन्हें प्रेरित किया जा सके। वाकई में ये धारावाहिक देखकर बहुत खुश हो गई।