Lorem Ipsum is simply dummy text of the printing and typesetting industry. Lorem Ipsum has been the industry’s standard dummy text ever since the 1500s, when an unknown printer took a galley of type and scrambled it to make a type specimen book. It has survived not only five centuries, but also the leap into electronic typesetting, remaining essentially unchanged. It was popularised in the 1960s with the release of Letraset sheets containing Lorem Ipsum passages, and more recently with desktop publishing software like Aldus PageMaker including versions of Lorem Ipsum.
Saf safai rakhna bahut hi abasyak he
22nd March 2019
mahilayon ko khule souch karne k liye na bheje
22nd March 2019
ज्ञानवर्धक धारावाहिक प्रस्तुत करने के लिए धन्यवाद
20th March 2019
उत्तर-प्रदेश के कानपूर देहात से मोहम्मद रेयाजुद्दीन ने मोबाईल वाणी के माध्यम से बताया कि "मैं कुछ भी कर सकती हूँ " जैसा ज्ञानवर्धक धारावाहिक प्रस्तुत करने के लिए धन्यवाद। इस धारावाहिक में विभिन्न विषयों को शामिल किया गया है जैसे-शौचालय,गंदगी,बिमारियों,इत्यादि।डाक्टर स्नेहा और कार्यक्रम सुनने वाले सभी श्रोताओं को इन्होने होली की शुभलामनाएँ दी।साथ ही इन्होने कामना किया कि इस होली सभी लोग बिमारियों से मुक्त हो जाएं। सबके घर में शौचालय होना चाहिए। इस धारावाहिक को ये कई सालों से देखते और सुनते आ रहे हैं। पूरा परिवार इस धारावाहिक को देखता है।
“मैं कुछ भी कर सकती हूँ ” धारावाहिक एक प्रशंसनीय कार्यक्रम है
18th March 2019
त्रिपुरा राज्य के अगरतला से राजिपुनिक ने मोबाईल वाणी के माध्यम से बताया कि "मैं कुछ भी कर सकती हूँ " धारावाहिक बहुत लोकप्रिय है। पॉपुलेशन फाउंडेशन ऑफ इण्डिया नामक संस्था इस धारावाहिक के माध्यम से समाज में सुधार लाने के लिए अच्छा प्रयास कर रहा है। "मैं कुछ भी कर सकती हूँ " धारावाहिक
एक प्रशंसनीय कार्यक्रम है ,जिसमें सवच्छता,स्वास्थ्य, नारी शिक्षा इत्यादि विषयों को शामिल किया गया है। वर्तमान समय में टीवी चैनलों की भीड़ में अच्छा कार्यक्रम देखने को नही मिलता है,परन्तु दूरदर्शन की टीम,धारावाहिक की टीम और पॉपुलेशन फाउंडेशन ऑफ इण्डिया का प्रयास सराहनीय है।
धारावहिक से लोग हो रहे हैं जागरूक
18th March 2019
काजल जयसवाल ने मोबाईल वाणी के माध्यम से बताया कि "मैं कुछ भी कर सकती हूँ " धारावाहिक देखकर बहुत सारे लोगों को बेटियों पर गर्व होने लगा है और अपनी बेटियों के शिक्षा को लेकर सतर्क हो गए हैं।साथ ही लोग चाहते हैं कि उनकी बेटी डाक्टर स्नेहा की तरह बने। जो लोग सोचते हैं बेटियों का घर नही होता,ऐसे लोग गलत सोचते हैं,क्योंकि बिना बेटी के घर हो ही नही सकता । इन्होने सभी लोगों से आग्रह किया कि बेटियों को पढ़ाएं ,उन्हें बढ़ने दें,उन्हें खेलने दें एवं उन पर किसी भी तरह का दबाव न डालें। इस धारावाहिक को निरंतर प्रसारित करना चाहिए ,क्योंकि धारावाहिक के कारण बहुत से लोग आगे बढ़ रहे हैं और स्वच्छता के बारे में जानकारियाँ हासिल कर रहे हैं । इनके घर के आस-पास भी लोग अब स्वच्छता को लेकर जागरूक हो गए हैं।
देश से गंदगी दूर करने का संकल्प देशवासिओं को करना चाहिए
4th March 2019
हमारे श्रोता ने मोबाईल वाणी के माध्यम से बताया कि जब तक लोगों के सोच में बदलाव नही आएगा तब-तक हम भारत का चेहरा नही बदल सकते हैं।धारावाहिक में बताया गया है कि खुले में शौच करना गलत है,इससे हमारा स्वास्थ्य खराब होता है, हवा प्रदूषित होती है और सभी लोग परेशान होते हैं। साथ ही इनका कहना है कि हमें घर में शौचालय बनवाना चाहिए एवं उसी में शौच कर के उसे स्वच्छ रखना चाहिए। ऐसा करने से हम बिमारियों से बचे रहेंगे। प्रत्येक व्यक्ति को बोलना चाहिए ,स्वच्छता का इरादा कर लिया अब हमने, देश से ही नाता जोड़ लिया अब हमने। तभी हमारा देश स्वच्छ हो सकता है। हमारे राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी के दो संकल्प थे,पहला देश को आजादी दिलाना तथा दूसरा संकल्प था भारत को गंदगी से मुक्त करना था।सुझाव देते हुए इन्होने कहा कि ऐसा ही संकल्प हम सभी को करना चाहिए।देशवासियों को सोचना चाहिए गंदगी से नफरत और देश को स्वच्छ बनाने के विषय में।देश के कोने-कोने में स्वच्छता होना जरुरी है।
धारावाहिक देखकर बदलेगी लोगों की सोच
4th March 2019
उत्तर-प्रदेश राज्य के जनपथ घोंडा के कटरा बजार से सुनील तिवारी ने मोबाईल वाणी के माध्यम से बताया कि "मैं कुछ भी कर सकती हूँ " धारावाहिक इनका पसंदीदा कार्यक्रम है। यह धारावाहिक समाज में व्याप्त अन्धविश्वास को दूर करने तथा जागरूकता लाने का कार्य करता है।डाक्टर स्नेहा जी का किरदार और सोच इन्हे बहुत पसंद है।साथ ही इन्हे उम्मीद है कि डाक्टर स्नेहा की सोच से सीख लेकर लोग आगे बढ़ेंगे एवं डाक्टर स्नेहा के मार्गदर्शन से श्रोताबंधु अपना स्वयं विकास कर के ,देश एवं समाज के लिए कुछ कार्य करेंगे।
दुनियाँ में सभी को शौचालय का इस्तेमाल करना चाहिए
3rd March 2019
उत्तर-प्रदेश के अलीगढ़ से आसिफ ने मोबाईल वाणी के माध्यम से बताया कि इनका विचार है कि दुनियाँ के सभी लोगों को शौचालय का इस्तेमाल करना चाहिए,आसपास सफाई रखनी चाहिए और पेड़-पौधे लगाने चाहिए। पेड़-पौधे हवा साफ़ रखने और प्रदुषण को कम करने में सहायक होता है
स्वच्छता ही अच्छे स्वास्थ्य की नींव है
3rd March 2019
उत्तर-प्रदेश के रामपुर से अरचे ने मोबाईल वाणी के माध्यम से बताया कि "मैं कुछ भी कर सकती हूँ " धारावाहिक के माध्यम से लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक किया जा रहा है और बताया जा रहा है कि खुले में शौच करने से बीमारियाँ फैलती है।परन्तु सामान्यतः लोग इस बात को मानने से इन्कार करते हैं।इन्हे आश्चर्य होता है कि लोग आखिर क्यों नहीं समझते कि खुले में शौच करने से बीमारियाँ फैलती है? साथ ही इनका कहना है कि हमें स्वच्छ भारत मिशन का साथ देना चाहिए,तभी हमारा देश स्वच्छ और स्वस्थ होगा। सफाई मात्र दिखावे एवं दुनियादारी के लिए नही बल्कि, हमें स्वास्थ्य सम्बंधित अनेक बीमारियों को दूर करने के लिए करनी चाहिए। हमें स्वीकार करना होगा कि स्वच्छता अच्छे स्वास्थ्य की नींव है।स्वच्छ रहकर ही हम स्वास्थ्य रह सकते हैं।